आयुर्वेद में आहार विज्ञानः चरक संहिता के विशेष संदर्भ में
प्रभाकर कुमार
आहार मानव के तन और मन दोनों को प्रभावित करता है। जैसा होगा अन्न वैसा होगा मन अर्थात हमारे मन की विचार आहार से प्रभावित होती है। मानव को बहुत ही विवेकपूर्वक (सोच-समझकर) आहार ग्रहण करना चाहिए क्योंकि हमारे शरीर की रचना और भावो (प्रवृति) की रचना आहार से होती है।