अभिज्ञानशाकुन्तलम् : पर्यावरणीय प्रसङ्गों का अध्ययन और वर्तमान उपादेयता (प्रकृति और मानव के सम्बन्धों के आलोक में)
कौशल किशोर प्रजापत
यह शोधपत्र अभिज्ञानशाकुन्तलम् नाटक को आधार बनाकर संस्कृत साहित्य में पर्यावरण चिन्तन को प्रस्तुत करता है। नाटक के सभी सात अंकों में कथावस्तु के साथ प्रकृति या पर्यावरण की समानान्तर प्रस्तुति भी करता है। वर्तमान पर्यावरण की समस्या को देखते हुये नाटक में अपने पात्रों व उनसे सम्बन्धित वर्णन में सन्तुलित प्रकृति व शुद्ध पर्यावरण बनाने का पारम्परिक व सर्वसुलभ समाधान का संदेश भी निहित है।
कौशल किशोर प्रजापत. अभिज्ञानशाकुन्तलम् : पर्यावरणीय प्रसङ्गों का अध्ययन और वर्तमान उपादेयता (प्रकृति और मानव के सम्बन्धों के आलोक में). Int J Sanskrit Res 2022;8(2):28-33.