आचार्य शिवदत्त शर्मा चतुर्वेदी प्रणीत शतक-संहिता का काव्यशास्त्रीय वैशिष्ट्य
Sonali Kumari
आचार्य शिवदत्त शर्मा चतुर्वेदी प्रणीत शतकसंहिता तैतीस शतकों का एक आधुनिक शतक काव्य है जिसके अन्तर्गत भिन्न भिन्न विषयों को आधार बनाकर शतकों की रचना की गई है । शतकसंहिता में लालित्य पूर्ण पद्यों का समावेश है जिसमें प्रसाद और माधुर्य गुणों की व्याप्ति सर्वत्र दिखाई देती है । प्रस्तुत शोध पत्र में शतकसंहिता में वर्णित काव्यशास्त्रीय तत्त्वों का वर्णन किया गया है जिनमें मुख्य रूप से छन्द, अलंकार एवं गुणों की चर्चा की गई है ।