काशिका के चतुर्थ अध्याय के उदाहरणों का प्रक्रिया निर्देश (ठस्येकः, कृत्तद्धित, श्वसस्तुट्, अमिपूर्वः, श्वस्तयः)
सुरेंद्र कुमार, डॉ गीता वर्मा
मेरे शोध प्रबन्ध का शीर्षक “काशिका के चतुर्थ अध्याय के उदाहरणों का प्रक्रिया निर्देश” है। वस्तुतः काशिका की अपनी शैली यह है कि उसमें जो उदाहरण दिए जाते हैं उनका प्रक्रिया निर्देश प्रायः किया ही नहीं जाता है और यदि कहीं पर किया भी जाता है तो उतने मात्र से उदाहरण की प्रक्रिया स्पष्ट नहीं हो पाती है अतः उदाहरणों की प्रक्रिया समझे बिना शास्त्र की चरितार्थता असंभव है यही कारण मेरे शोध प्रबंध की अपरिहार्यता को स्पष्ट करती है जो बिना प्रक्रिया निर्देश के संभव नहीं है यह मेरा प्रयास इसी दिशा में है।
सुरेंद्र कुमार, डॉ गीता वर्मा. काशिका के चतुर्थ अध्याय के उदाहरणों का प्रक्रिया निर्देश (ठस्येकः, कृत्तद्धित, श्वसस्तुट्, अमिपूर्वः, श्वस्तयः). Int J Sanskrit Res 2025;11(1):83-87. DOI: 10.22271/23947519.2025.v11.i1b.2550