आचार्य ब्रह्मानन्द शुक्ल कृत ’श्रीगान्धिचरितम्’ खण्डकाव्य में गाँधी चरित
निधि
आचार्य ब्रह्यानन्द षुक्ल द्वारा रचित ‘श्री गान्धिचरितम्‘ खण्डकाव्य में ।।। पद्यों मे महात्मा गाँधी जी के उदान्त चरित को अत्यन्त सुन्दर रूप में वर्णित किया गया है। इस खण्डकाव्य में गाँधी जी के त्याग, बलिदान, समर्पण, सत्य एवं अहिंसा आदि गुणो को व्याख्यायित करते हुए भारत की स्वतन्त्रता में उनके द्वारा किये गये अविस्मरणीय योगदान को दर्षाया गया है।