रामकथा साहित्य की परम्परा एवं रामायण की आदिकाव्यता
Dr. Pragya
श्रीरामकथा अथवा रामायण को आदिकाव्य, महाकाव्यादि कहकर स्मरण किया जाता है तो उसके रचयिता को आदिकवि। आज रामकथा का जो रूप प्रचलित अथवा प्रसिद्ध है, वह रामचरितमानस है और मानस जन-जन के मन में बसा है। इसके अतिरिक्त भी भारत की लगभग हर भाषा में रामायण लिखी गई है, किन्तु सबके मूल में वही आदिकविलिखित वाल्मीकि-रामायण है। वही आदिकाव्य एवं श्रीराम का जीवन्त इतिहास है।