पाणिनीयव्याकरण में रक्ताद्यर्थक तद्धित प्रत्ययों का विवेचन
डॉ॰ कविता झा
आचार्य पाणिनि ने अपनी अष्टाध्यायी में 1106 सूत्रों के द्वारा 240 तद्धित प्रत्ययों एवं लगभग 300 अर्थों का विवेचन किया है। इन 300 अर्थों में से ‘रक्त’ आदि 22 अर्थों में विहित होने वाले ‘अण्’ आदि प्रत्यय रक्ताद्यर्थक प्रत्यय के नाम से अभिहित किए जाते हैं।