भारतीय ज्योतिष में संस्कारों के समय निर्धारण हेतु मुहूर्त का उल्लेख किया गया है। प्राचीन वैदिक वांगमय में संस्कारों के करने की विधि वर्णित है इस शोध पत्र में गर्भाधान संस्कार, नामकरण संस्कार, अन्नप्राशन संस्कार, मुण्डन संस्कार और यज्ञोपवीत संस्कार के मुहूर्त का संकलन किया गया है मुहूर्त के निर्धारण हेतु जातक की आयु, मास, नक्षत्र तिथि, वार, योग करण और लग्न का क्रमशः उल्लेख किया गया है। इसके अतिरिक्त मुहूर्त में वर्जित ग्रहण, संक्रान्ति, जन्म नक्षत्र, जन्म तिथि, व्यतीपात आदि दूषित योग, भद्रा, श्राद्ध दिन, क्षय तिथि, वृद्धि तिथि आदि जैसे अनेक वज्र्य विषयों का वर्णन किया गया है।