वैदिक वांगà¥à¤®à¤¯ में गणित विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿à¤®à¥‚लकता author(s) Dr. Chander Kant
abstract वैदिक वांगà¥à¤®à¤¯ का मूलाधार वेद अपने गरà¥à¤ में असंखà¥à¤¯ शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ à¤à¤µà¤‚ विदà¥à¤¯à¤¾à¤“ं को पलà¥à¤²à¤µà¤¿à¤¤ à¤à¤µà¤‚ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¿à¤¤ करता रहा है। वैदिक वांगà¥à¤®à¤¯ विशà¥à¤µ वांगà¥à¤®à¤¯ मे मूरà¥à¤§à¤¨à¥à¤¯ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में सà¥à¤¶à¥‹à¤à¤¾à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ है। इसके अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤—त वेद अथवा संहिता, बà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤®à¤£, आरणà¥à¤¯à¤•, उपनिषद à¤à¤µà¤‚ वेदांगॠसमà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ हैं। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• यà¥à¤— à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤—ति का यà¥à¤— है। मानव समाज का ढांचा आरà¥à¤¥à¤¿à¤• है, और अरà¥à¤¥ या धन का आधार गणित है। वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° में तोल-à¤à¤¾à¤µ, लाà¤-हानि, बà¥à¤¯à¤¾à¤œ, कमीशन, दलाली, सांà¤à¤¾, आयकर इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ सà¤à¥€ में गणित के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है। रेखागणित, à¤à¥‚मिति, जà¥à¤¯à¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¤¿, तà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‹à¤£à¤®à¤¿à¤¤à¤¿ इतà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¿ गणितीय विधियों का आरमà¥à¤ गणितीय पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं को सरल रीति से समà¤à¤¨à¥‡ के लिठहà¥à¤† है। गणित का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कला और विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ में हà¥à¤† है। चितà¥à¤° कला का आधार रेखागणित है। संगीत कला में सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨, तार की लमà¥à¤¬à¤¾à¤ˆà¤¯à¥‹à¤‚ तथा कंपन संखà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से ही होता है। बांसà¥à¤°à¥€ में सपà¥à¤¤à¤• के सà¥à¤µà¤°à¥‹à¤‚ को उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ करने के लिठछेद गणित के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° किठजाते हैं। पिंगल शासà¥à¤¤à¥à¤° के गण शबà¥à¤¦ की उतà¥à¤ªà¤¤à¥à¤¤à¤¿ गणना से ही हà¥à¤ˆ है। à¤à¥Œà¤¤à¤¿à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤° जिसने वेतार के तार आदि से यà¥à¤— परिवरà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¨ कर दिया है, पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ गणित पर अवलमà¥à¤¬à¤¿à¤¤ है। रेडियों की तरंगों की उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ सरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® गणित दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही सिदà¥à¤§ की गई। आकाशीय पिणà¥à¤¡à¥‹à¤‚ से समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§à¤¿à¤¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ शासà¥à¤¤à¥à¤° जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿à¤·à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤° का आधार सà¥à¤¤à¤®à¥à¤ गणित है। सà¥à¤µà¤¯à¤‚ ही पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ à¤à¥€ गणितमय है। नियमानà¥à¤¸à¤¾à¤° हमारे जीवन का पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° à¤à¥€ गणित पर आधारित है। वैदिक वांगà¥à¤®à¤¯ में गणित के पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤à¤¿à¤• इतिहास के बारे में अनेक महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ तथà¥à¤¯ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤ªà¤¥ होते हैं। यदà¥à¤¯à¤ªà¤¿ वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ समय में अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ शाखाओं में विशिषà¥à¤Ÿà¥€à¤•à¤°à¤£ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤à¥‚त हो रहा है, तथापि शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ में अंगागिà¤à¤¾à¤µ समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ होने के कारण à¤à¤• शासà¥à¤¤à¥à¤° के जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के लिठअनेक शासà¥à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का सामानà¥à¤¯ जà¥à¤žà¤¾à¤¨ होना आवशà¥à¤¯à¤• समà¤à¤¾ जा सकता है।
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Dr. Chander Kant. वैदिक वांगà¥à¤®à¤¯ में गणित विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की शà¥à¤°à¥à¤¤à¤¿à¤®à¥‚लकता . Int J Sanskrit Res 2019;5(4):218-223.