प्रेमचन्द के उपन्यासों में मध्यवर्गीय नारी की स्थिति
डा0 सुमन सामोता
इस शोध पत्र का उद्देश्य महान उपन्यासकार प्रेमचन्द के उपन्यासों में मध्यर्गीय नारी के चित्रण का है। इसके माध्यम से हम यह स्पष्ट करने का प्रयास करेंगे कि जो स्थिति उस समय में नारी की थी क्या वह आज भी ज्यों की त्यों बनी हुई हैं या कोई बदलाव आया है तो कितना और किस प्रकार के बदलाव की आवश्यकता है।