International Journal of Sanskrit Research
2017, Vol. 3, Issue 4, Part D
सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ धातॠका शोधन à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¸à¥à¤®à¥€à¤•à¤°à¤£
आरती गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾
पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ शोधपतà¥à¤° में धातॠशबà¥à¤¦ की वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾ करते हà¥à¤ धातॠसोना, चाà¤à¤¦à¥€, तामà¥à¤°, रांञाा, सीसा, लोहा आदि पà¥à¤°à¤®à¥à¤– धातà¥à¤“ं से बनने वाले अनेक à¤à¤¸à¥à¤®à¥‹à¤‚ का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से वरà¥à¤£à¤¨ व उनका उपयोग बताया गया है। इसके अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• धातॠके शोधक पदारà¥à¤¥à¥‹à¤‚ का विवरण à¤à¥€ यहाठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। पà¥à¤°à¤®à¥à¤– मानà¥à¤¯ धातॠसà¥à¤µà¤°à¥à¤£ के पाà¤à¤š पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° (1) पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤, (2) सहज, (3) वहà¥à¤¨à¤¿ से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨, (4) खनिज से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨, (5) रसेनà¥à¤¦à¥à¤° के वेध से उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ आदि के अतà¥à¤¯à¤¨à¥à¤¤ उपयोगी व पà¥à¤°à¤¾à¤¯à¥‹à¤—िक पà¥à¤°à¤¸à¤‚गों का गूढ शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ में विवेचन किया गया है। इसके अतिरिकà¥à¤¤ के उŸाम व निकृषà¥à¤Ÿ à¤à¥‡à¤¦à¥‹à¤‚ के साथ-साथ इसके गà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤¯ व अगà¥à¤°à¤¾à¤¹à¥à¤¯ पकà¥à¤·à¥‹à¤‚ का à¤à¥€ यथावतॠउदà¥à¤˜à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया गया है। यहाठशोधित सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ के दोषों के साथ-साथ ही दूषित सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ के दोषों को à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है। इसके साथ ही सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ शोधन की पाà¤à¤š विधियों की à¤à¥€ चरà¥à¤šà¤¾ की गई है। यहाठयह à¤à¥€ निषà¥à¤•à¤°à¥à¤· रूप में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया गया है कि पूरà¥à¤£ रà¥à¤ªà¥‡à¤£ शोधित सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ शरीर की सामà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के साथ-साथ कà¥à¤·à¥€à¤£à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ व कà¥à¤·à¥€à¤£à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ वाले लोगों के लिठयह सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ परम उपयोगी सिदà¥à¤§ होता है।
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आरती गà¥à¤ªà¥à¤¤à¤¾. सà¥à¤µà¤°à¥à¤£ धातॠका शोधन à¤à¤µà¤‚ à¤à¤¸à¥à¤®à¥€à¤•à¤°à¤£. Int J Sanskrit Res 2017;3(4):216-219.