महातà¥à¤®à¤¾ गांधीः जब मà¥à¤à¥‡ शंकायें घेरती हैं, निराशाà¤à¥… मेरा सामना करती हैं और मà¥à¤à¥‡ आकाश-मणà¥à¤¡à¤² पर कोई जà¥à¤¯à¥‹à¤¤à¤¿ की किरण दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤—ोचर नहीं होती, उस समय मैं गीता की ओर धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ देता हूं। उसमें कोई न कोई षà¥à¤²à¥‹à¤• मà¥à¤à¥‡ शांतिदायक अवषà¥à¤¯ मिल जाता है और घोर शोकाकà¥à¤² अवसà¥à¤¥à¤¾ में मैं तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मà¥à¤¸à¥à¤•à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लगता हूं। मेरा जीवन बाहà¥à¤¯-दà¥à¤ƒà¤–पूरà¥à¤£ घटनाओं से पूरà¥à¤£ है और यदि उनके पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤· à¤à¤µà¤‚ अमिट कोई चिनà¥à¤¹ मà¥à¤ पर नहीं रह गये हैं ता इसक शà¥à¤°à¥‡à¤¯ शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤—वदà¥à¤—ीता के उपदेशों का ही है।
डा0 राधाकृषà¥à¤£à¤¨ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°: à¤à¤—वदà¥à¤—ीता जीवन के सरà¥à¤µà¥‹à¤šà¥à¤š लकà¥à¤·à¥à¤¯à¥‹à¤‚ को हृदयंगम करने में सहायता देती है।
शà¥à¤°à¥€ अरविनà¥à¤¦ घोष के अनà¥à¤¸à¤¾à¤°: गीता गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ आधà¥à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ है यह मानव को उसके सà¥à¤¤à¤° से ऊंचा उठाती है और मानव विपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¥€ तà¥à¤°à¤¨à¥à¤¤ मà¥à¤¸à¥à¤•à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ लग जाता है।
सà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€ विवेकाननà¥à¤¦: विवेकाननà¥à¤¦ ने गीता को अपने जीवन वà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤° में उतारा था। पूरà¥à¤µ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤ªà¤¤à¤¿ डां0 अबà¥à¤¦à¥à¤² कलाम à¤à¥€ गीता को पà¥à¤°à¥‡à¤°à¤£à¤¾ दायक गà¥à¤°à¤¨à¥à¤¥ मानते हैं। दरसल गीता जीवन के यरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ रहसà¥à¤¯à¥‹à¤‚ को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¤à¥€ है। इसमें सारे जीवन के रहसà¥à¤¯ का सार छिपा है। शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤—वदà¥à¤—ीता दà¥à¤µà¤¾à¤ªà¤° यà¥à¤— में महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ के यà¥à¤¦à¥à¤§ में à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€à¤•à¥ƒà¤·à¥à¤£ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ अरà¥à¤œà¥à¤¨ को दिया गया जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है। शताबà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ बीत जाने के बाद à¤à¥€ इसकी पà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¾à¤‚गिकता और उपयोगिता वैसी की वैसी बनी हà¥à¤ˆ है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उस वकà¥à¤¤ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ और परिसà¥à¤¥à¤¿à¤¯à¤¾à¤‚ हर यà¥à¤— में बनती आई हैं। आज के इस संघरà¥à¤·à¤®à¤¯ जीवन में तो गीता की उपयोगिता और बॠगयी है। कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि यह उलà¤à¤¨à¥‹à¤‚ से किंकरà¥à¤¤à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¿à¤®à¥‚ॠहो चà¥à¤•à¥‡ मानव को जीवन जीने का सही रासà¥à¤¤à¤¾ दिखलाती
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° शà¥à¤°à¥€à¤®à¤¦à¥à¤à¤—वदà¥à¤—ीता में निहित ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ का वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¤µà¤‚ परामरà¥à¤¶ पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ में उपयोगिता के सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤à¤¾à¤‚े à¤à¤µà¤‚ आदरà¥à¤¶à¥‹à¤‚ का वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ परिपà¥à¤°à¥‡à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ में पालन किया जायेगा तो समाज में नैतिक, समानता à¤à¤µà¤‚ उचà¥à¤š आदरà¥à¤¶à¥‹ की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ करने में सहायता मिलेगी। गीता में विदà¥à¤¯à¤®à¤¾à¤¨ निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¤µà¤‚ परामरà¥à¤¶ को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ के पूरà¥à¤£ विकास हेतॠवà¥à¤¯à¤µà¤¹à¤¾à¤°à¤¿à¤• रूप दिया जायेगा तो समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ समाज में पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ à¤à¤• आदरà¥à¤¶ à¤à¤µà¤‚ उतà¥à¤¤à¤® नागरिक बनेगा। जिससे समà¥à¤ªà¥‚रà¥à¤£ विषà¥à¤µ में उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨ हो रही सामाजिक, सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤•, राजनीतिक, à¤à¤µà¤‚ मनोवैजà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ ही हल हो जायेगीं।