International Journal of Sanskrit Research
2017, Vol. 3, Issue 3, Part B
शतà¥à¤°à¥à¤•à¤¾à¤°à¤£ और शतà¥à¤°à¥à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ के साधन
डाॅ0 योगेनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤°
शतà¥à¤°à¥ का लकà¥à¤·à¤£ है अपकार- रिलकà¥à¤·à¤£à¤®à¥ अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ अपकार करने वाला शतà¥à¤°à¥ है, शतà¥à¤°à¥ चिनà¥à¤¤à¤¨ में आवशà¥à¤¯à¤• पकà¥à¤· हैं शतà¥à¤°à¥ उतà¥à¤ªà¤¨à¥à¤¨à¥ होने के कारण का जà¥à¤žà¤¾à¤¨ और शतà¥à¤°à¥ विषयक जà¥à¤žà¤¾à¤¨ पà¥à¤°à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के समाधन जिनसे शांति सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ में सहायता मिलती है।
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डाॅ0 योगेनà¥à¤¦à¥à¤° कà¥à¤®à¤¾à¤°. शतà¥à¤°à¥à¤•à¤¾à¤°à¤£ और शतà¥à¤°à¥à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ के साधन. Int J Sanskrit Res 2017;3(3):88-89.