International Journal of Sanskrit Research
2017, Vol. 3, Issue 2, Part C
मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤‚जनों का पाकशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£
अनà¥à¤œà¥‚ बाला
à¤à¥‹à¤œà¤¨ के गà¥à¤£ अवगà¥à¤£ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° ही लोगों के आचार विचार à¤à¤µà¤‚ कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤•à¤²à¤¾à¤ªà¥‹à¤‚ का निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ होता है। à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में à¤à¥‹à¤œà¤¨ पान का महŸव वैदिक काल से ही चला आ रहा है। हमारी सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ à¤à¤• à¤à¤¾à¤— à¤à¤•à¥à¤·à¥à¤¯à¤¾à¤à¤•à¥à¤·à¥à¤¯ का वरà¥à¤£à¤¨ करता है जिससे हम सà¥à¤—मता से ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ समाज के खान पान अरà¥à¤¥à¤¾à¤¤à¥ पाकशासà¥à¤¤à¥à¤° तथा उस यà¥à¤— की पाकशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ वसà¥à¤¤à¥à¤“ं की जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ कर सकते हैं।
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अनà¥à¤œà¥‚ बाला. मनà¥à¤¸à¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ वà¥à¤¯à¤‚जनों का पाकशासà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£. Int J Sanskrit Res 2017;3(2):115-118.