International Journal of Sanskrit Research
2017, Vol. 3, Issue 2, Part A
पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में महाà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ नदियाठà¤à¤µà¤‚ तीरà¥à¤¥
डाॅ. लता देवी
पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ का समà¥à¤¬à¤¨à¥à¤§ पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ साहितà¥à¤¯ से है महाà¤à¤¾à¤°à¤¤ में इसी के à¤à¤¾à¤µ को वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ किया गया है। आदिकाल से ही मनà¥à¤·à¥à¤¯ की सांसारिक सनà¥à¤¤à¤¾à¤ªà¥‹à¤‚, रोग, शोकादि à¤à¤µà¤‚ मानसिक दà¥à¤ƒà¤–ों से छà¥à¤Ÿà¤•à¤¾à¤°à¤¾ पाने की पà¥à¤°à¤µà¥ƒà¤¤à¥à¤¤à¤¿ रही है। इसके लिठउसने अनेक पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के उपायों का अनà¥à¤µà¥‡à¤·à¤£ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया। उनमें से नदी-पूजन तथा तीरà¥à¤¥ यातà¥à¤°à¤¾ की मानà¥à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¤• लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ दà¥à¤ƒà¤– निवारक उपाय है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ का अà¤à¤¿à¤·à¥‡à¤• करती हà¥à¤ˆ अनेक नदियाठपरà¥à¤µà¤¤-शिखरों के आà¤à¤šà¤²à¥‹à¤‚ से गिर कर मैदानों की ओर सदैव बहती रहती है। पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में महाà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ नदियों à¤à¤µà¤‚ तीरà¥à¤¥à¥‹à¤‚ का वरà¥à¤£à¤¨ किया गया है।
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डाॅ. लता देवी. पà¥à¤°à¤¾à¤£à¥‹à¤‚ में महाà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ नदियाठà¤à¤µà¤‚ तीरà¥à¤¥. Int J Sanskrit Res 2017;3(2):01-03.