भारतीय दर्शन में आत्मा कर्मसिद्धान्त एवं पुनर्जन्म
शालिनी सक्सेना
भारतीय दर्शन अध्यात्मवादी दर्शन हैं। अधिकांष दर्शन आत्मा की नित्यता के साथ पुनर्जन्म एवं कर्मसिद्धान्त को मान्यता देते हैं। कर्मसिद्धान्त के साथ कार्यकारण सिद्धान्त की अवधारणा भी विद्यमान है कोई भी कार्य बिना कारण नहीं होता। इस जीवन का आधार हमारे पूर्वजन्म में किए कर्म हैं और अगले जन्म का आधार हमारे इस जन्म के किए गए कर्म, पाप और पुण्य हैं। इसीलिए जीवमात्र को सत्कर्म करने की प्रेरणा मिलती है। भारतीय दर्शन में विद्यमान कर्म, आत्मा एवं पुनर्जन्म के सिद्धान्त का अन्योन्याश्रय भाव सिद्ध करना इस शोधालेख का उद्देष्य है।