शांति शिक्षा के प्रति विभिन्न महाविद्यालयों के अध्यापकों की जागरूकता और दृष्टिकोण का तुलनात्मक अध्ययन
डाॅ. राखी गिरीराज धिंग्रा
अनुसन्धानकर्ता ने शांति शिक्षा के प्रति मुंबई विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले शिक्षण शाखा, अभियांत्रिक शाखा, सामाजिक विज्ञान तथा चिकित्सा विज्ञान शाखा इन महाविद्यालयों के अध्यापकों की जागरूकता और दृष्टिकोण की जाँच करने हेतु इस विषय का अध्ययन किया है। स्वयंनिर्मित साधन में शांति शिक्षा के चार पहलुओं को अधिक महत्व दिया गया हैः संघर्ष समाधान, अहिंसा, मानव अधिकार और राष्ट्रीय एकात्मकता। निष्कर्ष द्वारा पता चलता है कि विभिन्न महाविद्यालयों के अध्यापकों की शांति के प्रति जागरूकता में कमी पाई गयी है। स्त्री व पुरूष अध्यापकों में से स्त्री अध्यापिकायें शांति शिक्षा के प्रति अधिक जागरूक हैं और स्त्री अध्यापिकाओं का शांति शिक्षा के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण है। अध्यापन अनुभव के अनुसार 10 साल से अधिक अध्यापन अनुभव प्राप्त अध्यापक शांति शिक्षा के प्रति अधिक जागरूक हैं उसी प्रकार 10 साल से कम अध्यापन अनुभव प्राप्त अध्यापकों का शांति शिक्षा के प्रति अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण है।
डाॅ. राखी गिरीराज धिंग्रा. शांति शिक्षा के प्रति विभिन्न महाविद्यालयों के अध्यापकों की जागरूकता और दृष्टिकोण का तुलनात्मक अध्ययन. Int J Sanskrit Res 2016;2(3):31-38.