International Journal of Sanskrit Research
2018, Vol. 4, Issue 2, Part A
पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में मधà¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤—ीय नारी की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿
डा0 सà¥à¤®à¤¨ सामोता
इस शोध पतà¥à¤° का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ महान उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में मधà¥à¤¯à¤°à¥à¤—ीय नारी के चितà¥à¤°à¤£ का है। इसके माधà¥à¤¯à¤® से हम यह सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ करने का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ करेंगे कि जो सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ उस समय में नारी की थी कà¥à¤¯à¤¾ वह आज à¤à¥€ जà¥à¤¯à¥‹à¤‚ की तà¥à¤¯à¥‹à¤‚ बनी हà¥à¤ˆ हैं या कोई बदलाव आया है तो कितना और किस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के बदलाव की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ है।
How to cite this article:
डा0 सà¥à¤®à¤¨ सामोता. पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤šà¤¨à¥à¤¦ के उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ में मधà¥à¤¯à¤µà¤°à¥à¤—ीय नारी की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿. Int J Sanskrit Res 2018;4(2):04-06.