पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ का महतà¥à¤µ तब सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¯à¤¾ परिलकà¥à¤·à¤¿à¤¤ होता है, जब आधà¥à¤¨à¤¿à¤• आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की औषधियाठअपने अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ (Side effects) तथा रोगों के मूल को नषà¥à¤Ÿ करने में यदा-कदा असफल हो जाती है। वासà¥à¤µà¤¤ में पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ चिकितà¥à¤¸à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ रोग के मूल को पहचान कर उसका निदान पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤®à¥à¤ करती है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, आधà¥à¤¨à¤¿à¤• आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की तरह तनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾-तनà¥à¤¤à¥à¤° (Nervous System) पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालकर रोग का अलà¥à¤ªà¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ समाधान नहीं करता। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के शारीरिक तापवृदà¥à¤§à¤¿ अथवा दरà¥à¤¦ के लिठपैरासीटामोल (Paracetamole) जैसी औषधियों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करती है, जो कि वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• समसà¥à¤¯à¤¾ पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ न डालकर तनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ तनà¥à¤¤à¥à¤° के उस à¤à¤¾à¤— पर पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ डालती है, जिनसे तह अंग नियनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤¤ होता है। यह औषधि ततà¥à¤•à¤¾à¤² दरà¥à¤¦ निवारक सिदà¥à¤§ होती है किनà¥à¤¤à¥ वासà¥à¤¤à¤µà¤¿à¤• या मौलिक समसà¥à¤¯à¤¾ का समाधान न होकर किडनी तथा आमाशय (lever) पर नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ पड़ता है।
आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की सà¤à¥€ औषधियाठअमà¥à¤² (Acid), कà¥à¤·à¤¾à¤° (Base) तथा लवण (Salt) पर आधारित होती है। इन सà¤à¥€ का आधार पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ (Nature) ही है। यथा यदि किसी औषधि में à¤à¤²à¥à¤•à¥‹à¤¹à¤² (C2H5OH, C3H7OH आदि) है तो इसका निरà¥à¤®à¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ में पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होने वाले पेड़-पौधों/फलों आदि के रस (Juice) के किणà¥à¤µà¤¨ (Fermentation) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ ही होता है। सà¤à¥€ रासायनिक अमà¥à¤², कà¥à¤·à¤¾à¤° तथा लवण मूल पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ से ही पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होते हैं जैसे CH4 मीथेनदà¥à¤§, धान के खेत में अधिकता से पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ होती है। आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ के समय औदà¥à¤¯à¥‹à¤—िकीकरण का अà¤à¤¾à¤µ या, अतः इन पà¥à¤°à¤¾à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ का सीधा उपयोग औषधि के रूप में किया जाता था। रोगशमन का à¤à¤• सीधा सिदà¥à¤§à¤¾à¤¨à¥à¤¤ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ तथा आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ दोनों में पà¥à¤°à¤šà¤²à¤¿à¤¤ है अमà¥à¤² की अधिकता यदि शरीर में है तो कà¥à¤·à¤¾à¤°à¥€à¤¯ औषधि, à¤à¤µà¤‚ ठीक इसका वà¥à¤¯à¥à¤¤à¥à¤•à¥à¤°à¤®à¥¤ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ में वात, पितà¥à¤¤ à¤à¤µà¤‚ कफ का असनà¥à¤¤à¥à¤²à¤¨ रोग का कारण है। वात, पितà¥à¤¤, कफ सामानà¥à¤¯ तौर पर अनà¥à¤¯ कà¥à¤› न होकर पदारà¥à¤¥ की तीन अवसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ ठोस, दà¥à¤°à¤µ तथा गैस ही हैं।
इस पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° पà¥à¤°à¤¾à¤šà¥€à¤¨ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦, को रोगनिदान की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ रोग परीकà¥à¤·à¤£ (Diagnosis) की विधियों à¤à¤µà¤‚ आधà¥à¤¨à¤¿à¤• औषधियों की पà¥à¤°à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤®à¥‚लकता के कारण आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ का आधार सिदà¥à¤§ किया गया है। इसके साथ-साथ आयà¥à¤°à¥à¤µà¤¿à¤œà¥à¤žà¤¾à¤¨ की अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤•à¤¤à¤¾ (Side effects) à¤à¤µà¤‚ तनà¥à¤¤à¥à¤°à¤¿à¤•à¤¾ तनà¥à¤¤à¥à¤° पर नकारातà¥à¤®à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ जैसी सीमाओं को सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ करते हà¥à¤ आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦ का महतà¥à¤¤à¥à¤µ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ किया गया है।